- शहरी हो या ग्रामीण स्तर पर शासन करने के लिए जो व्यवस्था बनाई गई उसे ही Panchayati Raj Vyavastha कहते हैं |
- Panchayati Raj Vyavastha एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें पावर यानि सत्ता का स्थानीय स्तर पर विभाजन कर दिया जाता है |
- ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि Government Scheme ग्रामीण स्तर पर लागू करने में आसानी हो |
- 73th संविधान संशोधन के बाद त्रिस्तरीय पंचायती राज पद्धति की व्यवस्था की गई
- |ग्राम स्तर
- ब्लॉक स्तर
- जिला स्तर
- Panchayati Raj Vyavastha में किसी पंचायत का कार्यकाल 5 वर्ष के लिए निर्धारित होता है |
- किन्ही विषम परिस्थितियों में पंचायत भंग हो जाती है ऐसी परिस्थिति में Panchayati Raj Vyavastha में यह प्रावधान है की पंचायत भंग की जाने वाली तिथि से 6 महीने के भीतर प्रत्येक स्तर पर चुनाव सुनिश्चित कराए जाते हैं |
Table of Contents
Panchayati Raj Vyavastha में आरक्षण
- 73th संविधान संशोधन के बाद त्रिस्तरीय Panchayati Raj Vyavastha की पद्धति अपनाई गई
- 73th संविधान संशोधन के बाद गांव पंचायत को भी वही ताकत प्रदान कर दी गई जो विधानसभा को मिली हुई थी |
- SC ,ST, OBC, Minority के लिए सीटें आरक्षित कर दी गई सर्वे कराकर |
- ताकि उनका भी Panchayati Raj Vyavastha के अंतर्गत ग्राम पंचायत के लोकतंत्र में बराबर का प्रतिनिधित्व हो सके और SC ,ST, OBC, Minority अपनी बात अपने जनप्रतिनिधियों के माध्यम से ग्राम पंचायत के सामने रख सकें |
- सभी वर्ग की महिलाओं के लिए 33 परसेंट सीट आरक्षित कर दी गई ताकि महिलाएं भी लोकतंत्र में बराबर का प्रतिनिधित्व कर सकें |
- हर वर्ष 24 अप्रैल को पूरे देश में पंचायती राज व्यवस्था के अंतर्गत जो भी सरकारी कार्यालय आते हैं उनमें Panchayati Raj Divas मनाया जाता है |
पंचायती राज व्यवस्था के कार्य
- वैदिक काल से ही भारत में पंचायती राज व्यवस्था का चलन रहा है |
- इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को रूप से चलाने में सहजता होती है|
- पंचायती राज व्यवस्था के माध्यम से केंद्र व राज्य की सरकारों को भी ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों से संवाद करने में सहजता महसूस होती है |
- भारत के ग्रामीण और सुदूर क्षेत्रों में रहने वाले लोगों तक किसी भी सरकारी योजना को पहुंचाना हो तो पंचायती राज व्यवस्था के माध्यम से इस कार्य को बड़ी आसानी से पहुंचा दिया जाता है |
- जिसमें जिलाधिकारी( DM ) जिला पंचायत राज अधिकारी ( DPRO ) ADO ,BDO , Secretary Lekhpal, Gram Pradhan, Panchayat Sahayak, Panchayat Mitra के साथ मिलकर समन्वय बनाकर किसी भी योजना को धरातल पर उतारने में विशेष योगदान करते हैं |
- गांव में सरकारी योजनाएं जैसे कि
- बिजली पहुंचाने का कार्य पंचायती राज व्यवस्था के अंतर्गत आता है |
- सार्वजनिक शौचालय की साफ सफाई व सार्वजनिक सड़कों की साफ-सफाई की पंचायती राज व्यवस्था के अंतर्गत आता है |
बच्चों के टीकाकरण ,प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की देखभाल, रखरखाव, साफ-सफाई की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी पंचायती राज व्यवस्था के अंतर्गत आती है
पंचायती राज व्यवस्था के लिए बनी समितियां
- Balwant Rai Mehta Commission 1956
- Ashok Mehta Samiti 1977
- LM Singhvi Commission 1987
- GVK Rao Samiti 1986
Panchayati Raj vyavastha 74 वें संविधान संशोधन की मुख्य बिंदु
- ग्राम पंचायतों की तरह शहरों में भी नगर पंचायत, नगर पालिका व नगर निगम गठित किया गया |
- नगर पालिका में जो सीटें होती हैं उन्हें Ward कहा जाता है और जो उनसे चुनकर आते हैं उन्हें ward Member कहा जाता है |
- सभी नगर पालि
- काओं में SC ,ST, OBC, Minority के लिए सीटें आरक्षित होती है |
- एक तिहाई सीटें महिला उम्मीदवारों के लिए आरक्षित कर दी जाती हैं |
- 74 वें संविधान संशोधन के बाद नगरपालिका को भी TAX वसूलने का अधिकार मिल गया जिससे उनके राजस्व में इजाफा हो |
पंचायती राज व्यवस्था के विभिन्न अंग
- ग्राम प्रधान
- पंचायत सहायक
- रोजगार सेवक या पंचायत मित्र
- ग्राम रक्षा दल
1- ग्राम प्रधान :
- ग्राम सभा के अध्यक्ष को ही अलग-अलग नाम से जाना जाता है जैसे कि Gram Pradhan, Sarpanch, Mukhiya आदि |
- पंचायती राज व्यवस्था में Mukhiya का कार्यकाल 5 वर्ष की तरह होता है
- यदि ग्राम प्रधान पर भ्रष्टाचार वित्तीय अनियमितता या किसी प्रकार का अपराधिक आरोप लगता है तो वार्ड सदस्यों की संख्या में से 2/3 सदस्यों से हस्ताक्षर करा कर Sarpanch को हटाया जा सकता है |
- हालांकि Sarpanch को हटाने से पहले Panchayat Bhavan पर और पूरे गांव में नोटिस चस्पा की जाएगी |
2- पंचायत सहायक :
- पंचायती राज व्यवस्था के अंतर्गत पंचायत सहायक की नियुक्ति राज्य सरकार करती है |
- हर ग्राम पंचायत में एक पंचायत सहायक की नियुक्ति होती है |
- पंचायत सहायक का कार्य ग्राम प्रधान से जुड़े हुए सभी कार्यों को ऑनलाइन करना होता है |
- पंचायत सहायक सरकार की हर योजना को ऑनलाइन के माध्यम से जनता तक पहुंचाने का कार्य करते हैं |
- पंचायत सहायक Gram Pradhan के Payment से लेकर Panchayat के Payment तक का कार्यभार संभालते हैं |
- पंचायत सहायक ग्राम विकास अधिकारी के साथ मिलकर काम करना होता है |
- पंचायत सहायक को ग्राम निधि से RS 6000 हर माह दिए जाने का प्रावधान है |
- पंचायत सहायक की सैलरी चेक करने के लिए यंहा क्लिक करे |
3- रोजगार सेवक या पंचायत मित्र :
- पंचायती राज व्यवस्था के अंतर्गत रोजगार सेवक की नियुक्ति भी राज्य सरकार के द्वारा होती है |
- हर एक गांव के पास अपना रोजगार सेवक रहता है |
- रोजगार सेवक नरेगा से जुड़े हुए सभी कार्यों को करता है |
- जैसे कि नए मजदूरों का मजदूरी चढ़ाना उनका अटेंडेंस लेना |
- नरेगा साइट पर कौन-कौन कार्य करने आ रहा है कौन-कौन कार्य नहीं करने आ रहा है उनका उपस्थिति दर्ज करना |
- जियो टैग के माध्यम से ग्राम समाज की संपत्ति को मैप पर चढ़ाना होता है |
1- कृषि विकास एवं विस्तार | 2- मत्स्य उद्योग | 3- लघु उद्योग जिसमे खाद्य उद्योग शामिल है | 4- खादी, ग्राम एवं कुटीर उद्योग | 5- वन जीवन तथा कृषि खेती (वनों में) |
6- यांत्रिक प्रशिक्षण एवं यांत्रिक शिक्षा | 7- वयस्क एवं बुजुर्ग शिक्षा | 8- सांस्कृतिक कार्यक्रम | 9- सामाजिक समृद्धि जिसमे विकलांग एवं मानसिक समृद्धि शामिल है | 10- लोक विभाजन पद्धति |
11- भूमि विकास, भूमि सुधार लागू करना, भूमि संगठन एवं भूमि संरक्षण | 12- तघु सिंचाई, जल प्रबंधन एवं नदियों के मध्य भूमि विकास | 13- ग्रामीण विकास | 14- ईंधन तथा पशु चारा | 15- ग्रामीण बिजली व्यवस्था |
16- प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा सम्बन्धी विद्यालय | 17- पुस्तकालय | 18- अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जिनमे दवाखाने शामिल हैं | 19- महिला एवं बाल विकास | 20- सार्वजानिक संपत्ति की देखरेख |
21- पशुपालन, दुग्ध व्यवसाय तथा मत्स्य पालन | 22- वन विकास | 23- पीने का शुद्ध पानी | 24- सड़क, पुल, तट जलमार्ग तथा संचार के अन्य साधन | 25- गैर परम्परागत ऊर्जा स्रोत |
26- गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम | 27- बाजार एवं मेले | 28- पारिवारिक समृद्धि | 29- समाज के कमजोर वर्ग की समृद्धि जिसमे अनुसूचित जाति और जनजाति दोनों शामिल हैं |
4- ग्राम रक्षा दल :
- ग्राम पंचायत को अपना ग्राम रक्षा दल गठित करने का आदेश दिया गया है जिसमें कुछ गांव में गठित कर दिया है कुछ गांव ने नहीं |
- ग्राम रक्षा दल में 18 साल के ऊपर के नौजवान युवा होते हैं जिनके ऊपर जैसा कि नाम से ही जाहिर होता है गांव की रक्षा करने की जिम्मेदारी होती है |
- जैसे कि बाढ़ आपदा सुखा आग लगना अचानक कोई दुर्घटना हो जाना गांव में चोरी डकैती जैसी घटनाओं में ग्राम रक्षा दल की विशेष भूमिका होती है |
- ग्राम रक्षा दल के नेता को दलपति के नाम से जाना जाता है |
अधिक जानकारी के लिये पंचायती राज व्यस्था के ऑफिसियल वेबसाइट पर जाये
Panchayati Raj Vyavastha के बारे खान सर के वीडियो से भी आप बहुत कुछ सिख सकते है
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