मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना

मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना
मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना

योजना का परिचय

हमारा गाँव हमारा परिवार है, और इस परिवार की सबसे बड़ी ताकत हैं हमारी माताएँ और उनके बच्चे। उत्तर प्रदेश सरकार की मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना के माध्यम से लेबर कार्ड और श्रमिक कार्ड धारक मजदूर भाइयों-बहनों के लिए एक विशेष उपहार है।

यह योजना महत्वाकांक्षी योजना उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड (UPBOCW) के अंतर्गत चलती है, जिसका उद्देश्य गरीब गर्भवती महिलाओं और उनके नवजात शिशुओं को आर्थिक सहायता, पौष्टिक आहार , और बेहतर देखभाल प्रदान करना है।

मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना
मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना

अगर आपको मजदुर कार्ड के बारे में जानकारी नहीं मिल रही तो आप मुझसे तो Whatsapp पर संपर्क कर सकते हैं मैं आपको पूरी जानकारी निशुल्क दूंगा |

आपके पंचायत सहायक, और ग्राम सचिवालय इस योजना की जानकारी आपके दरवाजे तक लाने के लिए कटिबद्ध हैं। यदि आपके पास लेबर कार्ड या श्रमिक कार्ड है, तो यह योजना आपके परिवार के लिए एक सुनहरा अवसर है। आइए, जानते है कि इस योजना के माध्यम से क्या-क्या लाभ लेबर ले सकते है |

मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना की पृष्ठभूमि

हमारे गाँवों में कई मजदूर परिवार आर्थिक तंगी के कारण गर्भावस्था में भी काम करने को मजबूर हैं। इससे माँ और शिशु की सेहत पर बुरा असर पड़ता है। मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना इसी समस्या को हल करने के लिए शुरू की गई है।

यह योजना लेबर कार्ड और श्रमिक कार्ड धारकों को आर्थिक रूप से सहायता देती है, ताकि गर्भवती महिलाएँ बिना चिंता के अपनी और अपने बच्चे की देखभाल कर सकें।

पंचायत सहायक घर-घर जाकर इस योजना की जानकारी दे रहे हैं। ग्राम सचिवालय में आपको इस योजना का आवेदन पत्र और सारी जानकारी मिलेगी। यह योजना विशेष रूप से बालिकाओं के जन्म को प्रोत्साहित करती है, ताकि हमारे गाँव में बेटा-बेटी के बीच कोई भेद न रहे।

मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना के लाभ

मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना के अंतर्गत लेबर कार्ड और श्रमिक कार्ड धारकों को निम्नलिखित सहायता दी जाती है:

  • यदि किसी पुरुष लेबर के पास लेबर कार्ड है, तो उनकी औरत के डेलिवरी के समय ₹6,000 की आर्थिक एकमुश्त राशि दी जाएगी।
  • इसका अर्थ यह हुआ कि अगर लेबर कार्ड या श्रमिक कार्ड महिला का नहीं है उसके पति का है तो भी वह मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना का लाभ उठा सकता है
  • महिला मजदूरों के लिए विशेष लाभ
    • यदि लेबर कार्ड धारक महिला मजदूर हॉस्पिटल में डिलीवरी करवाती है, तो उसे तीन महीने की न्यूनतम मजदूरी के बराबर राशि दी जाएगी, साथ ही ₹1,000 का मेडिकल बोनस भी मिलेगा।
    • गर्भपात होने की स्थिति में श्रमिक कार्ड धारक महिला मजदूर को छह सप्ताह की न्यूनतम मजदूरी के बराबर राशि दी जाएगी।
    • यदि महिला मजदूर नसबंदी करवाती है, तो उसे दो सप्ताह की न्यूनतम मजदूरी के बराबर राशि प्रदान की जाएगी।
  • शिशु जन्म पर आर्थिक सहायता:
    • यदि लड़का पैदा होता है, तो लेबर कार्ड धारक फैमिली को ₹20,000 की एकमुश्त राशि दी जाएगी।
    • यदि लड़की पैदा होती है, तो ₹25,000 की राशि प्रति शिशु दी जाएगी, ताकि लड़कियों के जन्म को बढ़ावा मिले।
  • लड़कियों के लिए सावधि जमा:
    • यदि फैमिली में पहली संतान लड़की है, या दूसरी संतान भी लड़की है, अथवा कानूनी रूप से गोद ली गई लड़की है, तो ₹25,000 की सावधि जमा की जाएगी।
    • जन्म से दिव्यांग लड़की के मामले में ₹50,000 की सावधि जमा की जाएगी।
    • यह सावधि जमा राशि तभी दी जाएगी, जब लड़की 18 वर्ष की आयु तक अविवाहित रहे। यदि यह शर्त पूरी नहीं होती, तो कुछ भी नहीं मिलेगा साफ बात |

पंचायत सहायक और ग्राम सचिवालय इन लाभों की जानकारी देने और आवेदन प्रक्रिया में आपकी सहायता करने के लिए तैयार हैं।

मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना पात्रता की शर्ते

यह योजना केवल लेबर कार्ड और श्रमिक कार्ड धारकों के लिए है। पात्रता के लिए निम्नलिखित शर्तें हैं:

  • आवेदक उत्तर प्रदेश का मूल निवासी हो।
  • आवेदक या उनकी पत्नी UPBOCW बोर्ड में पंजीकृत लेबर कार्ड या श्रमिक कार्ड धारक हों।
  • श्रमिक कार्ड का पंजीकरण कम से कम 365दिन एक वर्ष पुराना और नवीनीकृत होना चाहिए।
  • यह लाभ केवल प्रथम या द्वितीय प्रसव के लिए उपलब्ध है।
  • आवेदक की आयु 18 वर्ष से कम न हो।
  • जन्म से दिव्यांग बच्ची के लिए आर्थिक लाभ हेतु चिकित्सा प्रमाणपत्र आवश्यक है।

पंचायत सहायक आपको पात्रता जाँचने और लेबर कार्ड या श्रमिक कार्ड बनवाने में सहायता करेंगे। ग्राम सचिवालय में भी यह सुविधा उपलब्ध है।

मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना आवेदन प्रक्रिया

मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना का लाभ लेना बहुत आसान है। पंचायत सहायक और ग्राम सचिवालय आपके साथ हर कदम पर हैं।

ऑनलाइन आवेदन:

  • उत्तर प्रदेश श्रम विभाग की वेबसाइट Upbocwin पर जाएँ।
  • “योजना आवेदन” विकल्प चुनें और अपने लेबर कार्ड या श्रमिक कार्ड नंबर, आधार कार्ड नंबर, और पंजीकृत मोबाइल नंबर दर्ज करें।
मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना Online
मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना Online
  • आवेदन पत्र में अपना और अपने शिशु का विवरण सावधानी से भरें।
  • आवश्यक दस्तावेज स्कैन कर अपलोड करें और फॉर्म जमा करें।
  • ओटीपी के माध्यम से सत्यापन पूरा करें। आवेदन स्वीकार होने पर तीन महीने के भीतर लाभ आपके बैंक खाते में पहुँच जाएगा।
मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना Document
मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना Document ऑनलाइन आवेदन करने से पहले निम्नलिखित डॉक्यूमेंट को तैयार करके रखें 100 KB तक

ऑफलाइन आवेदन:

  • अपने नजदीकी ग्राम सचिवालय या जन सुविधा केंद्र से आवेदन पत्र प्राप्त करें।
  • अपने पंचायत सहायक की मदद से लेबर कार्ड या श्रमिक कार्ड के साथ फॉर्म सही-सही भरें।
  • सभी आवश्यक दस्तावेज संलग्न कर फॉर्म ग्राम सचिवालय या श्रम विभाग कार्यालय में जमा करें।
  • जमा करने के बाद रसीद अवश्य लें।
  • नीचे जो आपको तस्वीर दिखाई दे रही है जब आप ऑनलाइन आवेदन करेंगे तब आपको इस प्रकार का एक पॉप अप नोटिफिकेशन आएगा जब आपका आवेदन सक्सेसफुली अपलोड हो जाएगा |
  • मैंने इसमें श्रमिक का नाम, श्रमिक रजिस्ट्रेशन नंबर लास्ट के कुछ नंबर हाइड कर दिए हैं ताकि श्रमिक की प्राइवेसी बनी रहे
मातृत्व शिशु एवं बालिका मदद योजना Online Status
मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना Online करने के बाद का स्टेटस

अगर आपको लेबर कार्ड के बारे में जानकारी नहीं मिल रही तो आप मुझसे तो Whatsapp पर संपर्क कर सकते हैं मैं आपको पूरी जानकारी निशुल्क दूंगा |

पंचायत सहायक और ग्राम सचिवालय आपके लेबर कार्ड या श्रमिक कार्ड की जाँच और आवेदन प्रक्रिया को आसान बनाएंगे।

मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना आवश्यक दस्तावेज

आवेदन के लिए निम्नलिखित दस्तावेज आवश्यक हैं:

  • आधार कार्ड का ज़ेरॉक्स (आवेदक और उनके पति/पत्नी का)
  • UPBOCW बोर्ड का लेबर कार्ड या श्रमिक कार्ड ( दनो एक ही चीज होता है )
  • बच्चे का जन्म प्रमाणपत्र का ज़ेरॉक्स (नगर पालिका,ग्राम पंचायत ,अस्पताल से)
  • प्रसव प्रमाणपत्र (चिकित्सक या अस्पताल से ज़ेरॉक्स )
  • बैंक खाता विवरण (पासबुक की ज़ेरॉक्स )
  • पासपोर्ट आकार का फोटो
  • आय प्रमाणपत्र (यदि आवश्यक हो)
  • निवास प्रमाणपत्र
  • इतने सारे कागज होने के बाद भी फैमिली आईडी लगेगी क्योंकि UPBOCWIN वेबसाइट सारा डाटा फैमिली आईडी या राशन कार्ड की साइट से ही उठाता है |
  • इसलिए फैमिली आईडी एकदम कंपलसरी है श्रमिक का रहना
  • 90 दिन का नियोजन प्रमाण पत्र जिससे साबित हो कि विगत 1 वर्ष के भीतर मजदुर ने कार्य किया है
  • गोदनामा प्रमाणपत्र (यदि गोद ली गई बालिका के लिए आवेदन हो)
  • गोदनामा प्रमाण पत्र का मतलब यह हुआ कि अगर बच्ची या बच्चा अडॉप्ट की गई है या गोद ली गई है तब गोदनामा प्रमाण पत्र लगता है |
  • अगर बच्ची महिला श्रमिक के पेट से पैदा हुई है उसे शर्त पर गोदनामा प्रमाण पत्र नहीं लगेगा |

शिशु हितलाभ योजना श्रम विभाग ऑनलाइन जन्म प्रमाणपत्र

  • जन्म प्रमाण पत्र अपलोड करते समय श्रमिक से स्वप्रमाणित कर लें यानी कि हस्ताक्षर कर ले
  • पूरे ध्यान पूर्वक ओरिजिनल जन्म प्रमाण पत्र ही अपलोड करें क्योंकि अधिकारी अच्छी तरह से चेक करते हैं वह 1 मिनट के अंदर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र पकड़ लेंगे इसलिए ओरिजिनल जन्म प्रमाण पत्र ही लगाये
मातृत्व शिशु एवं बालिका मदद योजना ऑनलाइन जन्म प्रमाणपत्र

शिशु हितलाभ योजना श्रम विभाग नियोजन प्रमाणपत्र 90 दिन का

मातृत्व शिशु एवं बालिका मदद योजना 90 दिन नियोजन प्रमाणपत्र नरेगा का

शिशु हितलाभ योजना श्रम विभाग Parivar Register Nakal / Kutumb Register Nakal

मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना के लिए Parivar Register Nakal
मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना के लिए Parivar Register Nakal

लाभार्थियों पर प्रभाव

मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना हमारे लेबर कार्ड और श्रमिक कार्ड धारक परिवारों के लिए जीवन बदलने वाली साबित हो रही है। गर्भवती महिलाएँ अब पैसे की तंगी के बिना अपनी और अपने नवजात बच्चे की देखभाल कर सकती हैं। बेटी के जन्म पर ₹25,000 की राशि और सावधि जमा उनके बेहतर भविष्य को सुरक्षित करती है।

पंचायत सहायक और ग्राम सचिवालय की मेहनत से गाँव में इस योजना की जागरूकता बढ़ रही है। हजारों लेबर कार्ड धारक परिवार लाभान्वित हो रहे हैं। मातृ मृत्यु दर में कमी आई है, और बेटिओं के प्रति समाज की सोच में सकारात्मक बदलाव आ रहा है।

चुनौतियाँ और कमियाँ

कुछ चुनौतियाँ हैं, जिन्हें हमें मिलकर दूर करना है:

  • कई ग्रामीणों को UPBOCW लेबर कार्ड या श्रमिक कार्ड के साथ इस योजना की पूरी जानकारी नहीं है।
  • ऑनलाइन आवेदन में इंटरनेट या स्मार्टफोन की कमी बाधा बनती है।
  • दस्तावेजों में त्रुटि के कारण आवेदन अस्वीकार हो सकते हैं।
  • लाभ प्राप्त करने में कभी-कभी अत्यधिक देर होता है।
  • कभी कभी घुस भी फोन करके माँगा जाता है |
दस्तावेजविवरणकहाँ से प्राप्त करें?
आधार कार्डआवेदक और पति/पत्नी का आधार कार्डजन सुविधा केंद्र याग्राम सचिवालय
लेबर कार्ड/श्रमिक कार्डUPBOCW बोर्ड का पंजीकरण प्रमाणपत्रग्राम सचिवालयया श्रम विभाग
जन्म प्रमाणपत्रशिशु का जन्म प्रमाणपत्रनगर पालिका या अस्पताल
प्रसव प्रमाणपत्रचिकित्सक/अस्पताल से प्रसव का प्रमाणअस्पताल
बैंक खाता विवरणपासबुक की प्रतिबैंक
पासपोर्ट फोटोआवेदक का पासपोर्ट आकार का फोटोफोटो स्टूडियो
आय प्रमाणपत्रयदि आवश्यक होतहसील याग्राम सचिवालय
निवास प्रमाणपत्रगाँव का निवास प्रमाणग्राम सचिवालय
गोदनामागोद ली गई बालिका के लिए (यदि लागू हो)सक्षम प्राधिकारी

सुधार के सुझाव

मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना को और प्रभावी बनाने के लिए कुछ सुझाव हैं:

  • पंचायत सहायक और ग्राम सचिवालय के माध्यम से श्रम अधिकारी गाँव-गाँव में जागरूकता शिविर आयोजित किए जाएँ।
  • ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया को जहा तक हो सके ग्रामीणों के लिए और सरल बनाया जाए।
  • दस्तावेज सत्यापन और धनराशि हस्तांतरण की प्रक्रिया को तेज किया जाए।
  • ग्राम सचिवालय में लेबर कार्ड और श्रमिक कार्ड धारकों के लिए विशेष सहायता कक्ष स्थापित हो।
  • फॅमिली आईडी की बाध्यता को खत्म किया जाए और अगर नहीं पॉसिबल हो तो फैमिली आईडी में आधार कार्ड के हिसाब से संशोधन करने का ऑप्शन भी उपलब्ध कराया जाए |
लाभ का प्रकारविवरणकौन पात्र है?
आर्थिक सहायतापुत्र के जन्म पर ₹20,000 की एकमुश्त राशि।पुत्री के जन्म पर ₹25,000।पहली/दूसरी पुत्री के लिए ₹25,000-₹50,000 की सावधि जमा (FD), जो 18 वर्ष बाद शिक्षा/विवाह के लिए मिलेगी।लेबर कार्डयाश्रमिक कार्डधारक
मातृत्व सुविधाएँश्रमिक कार्डधारक महिला को अस्पताल में प्रसव के लिए तीन महीने की मजदूरी + ₹1,000 चिकित्सा बोनस।लेबर कार्डधारक पुरुष की पत्नी को ₹6,000।लेबर कार्डयाश्रमिक कार्डधारक
पोषण व्यवस्थागर्भावस्था और प्रसव बाद माँ-शिशु के लिए पौष्टिक भोजन।लेबर कार्डयाश्रमिक कार्डधारक
बालिका सशक्तिकरणपुत्री जन्म पर अतिरिक्त राशि देकर बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ को प्रोत्साहन।लेबर कार्ड या श्रमिक कार्डधारक

आधिकारिक जानकारी के स्रोत

सटीक जानकारी के लिए निम्नलिखित स्रोतों से संपर्क करें:

  • वेबसाइट: www.upbocw.in
  • हेल्पलाइन: 1800 180 5415
  • ग्राम सचिवालय: अपने गाँव का ग्राम सचिवालय या पंचायत भवन

मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना FAQ

पंचायत सहायक और ग्राम सचिवालय आपके लिए मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना की पूरी जानकारी लेकर आए हैं। नीचे कुछ सवाल और उनके जवाब दिए गए हैं, जो आपके मन में हो सकते हैं। अपने लेबर कार्ड या श्रमिक कार्ड के साथ इस योजना का लाभ उठाएँ और अपने परिवार के लिए उज्जवल भविष्य बनाएँ।

1. मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना क्या है?

उत्तर: यह उत्तर प्रदेश सरकार की एक विशेष योजना है, जो लेबर कार्ड और श्रमिक कार्ड धारक मजदूर परिवारों के लिए है। इसका उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और उनके नवजात शिशुओं को आर्थिक सहायता, पौष्टिक भोजन, और देखभाल प्रदान करना है। पंचायत सहायक और ग्राम सचिवालय आपको इस योजना की पूरी जानकारी देंगे।

2. इस योजना का लाभ कौन ले सकता है?

उत्तर: यह योजना केवल उत्तर प्रदेश के मूल निवासियों के लिए है, जिनके पास UPBOCW बोर्ड में पंजीकृत लेबर कार्ड या श्रमिक कार्ड हो। श्रमिक कार्ड कम से कम एक वर्ष पुराना और नवीनीकृत होना चाहिए।

3. इस योजना से क्या-क्या लाभ मिलते हैं?

उत्तर: इस योजना में कई लाभ हैं:

  • पुत्र के जन्म पर ₹20,000 और पुत्री के जन्म पर ₹25,000 की एकमुश्त राशि।
  • पहली/दूसरी पुत्री के लिए ₹25,000-₹50,000 की सावधि जमा (18 वर्ष बाद उपयोगी)।
  • श्रमिक कार्ड धारक महिला को प्रसव के लिए तीन महीने की मजदूरी और ₹1,000 चिकित्सा बोनस।
  • लेबर कार्ड धारक पुरुष की पत्नी को ₹6,000।
  • गर्भावस्था और प्रसव बाद माँ-शिशु के लिए पौष्टिक भोजन।

4. इस योजना के लिए आवेदन कैसे करें?

उत्तर: आप ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं:

5. आवेदन के लिए कौन-कौन से दस्तावेज चाहिए?

उत्तर: लेबर कार्ड या श्रमिक कार्ड (UPBOCW बोर्ड का

6. क्या यह योजना हर डिलीवरी के लिए उपलब्ध है?

उत्तर: नहीं, यह योजना केवल पहली और दूसरी डिलीवरी के लिए है। लेबर कार्ड या श्रमिक कार्ड धारक इस लाभ को दो बार तक ले सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए ग्राम सचिवालय या पंचायत सहायक से संपर्क करें।

7. अगर मेरा लेबर कार्ड या श्रमिक कार्ड नहीं है, तो क्या मैं आवेदन कर सकता हूँ?

उत्तर: नहीं, इस योजना का लाभ केवल लेबर कार्ड या श्रमिक कार्ड धारकों को मिलता है। अगर आपके पास कार्ड नहीं है, तो पंचायत सहायक या ग्राम सचिवालय से संपर्क कर श्रमिक कार्ड बनवाने की प्रक्रिया शुरू करें।

8. लाभ मिलने में कितना समय लगता है?

उत्तर: अगर आपका आवेदन और दस्तावेज सही हैं, तो आमतौर पर तीन महीने के भीतर लाभ आपके बैंक खाते में पहुँच जाता है। किसी भी देरी की स्थिति में अपने पंचायत सहायक या ग्राम सचिवालय से संपर्क करें, या हेल्पलाइन 1800 180 5415 पर कॉल करें।

अगर आपको श्रमिक कार्ड के बारे में जानकारी नहीं मिल रही तो आप मुझसे तो Whatsapp पर संपर्क कर सकते हैं मैं आपको पूरी जानकारी निशुल्क दूंगा |

जागरूकता और कॉल टू एक्शन

प्रिय ग्रामवासियों, हम पंचायत सहायक और ग्राम सचिवालय इस मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना को हर लेबर कार्ड और श्रमिक कार्ड धारक तक पहुँचाने के लिए दिन-रात कार्यरत हैं। यदि आप या आपके परिवार में कोई लेबर कार्ड धारक है, तो तुरंत अपने पंचायत सहायक से संपर्क करें और ग्राम सचिवालय में आवेदन पत्र भरें। इस जानकारी को अपने पड़ोसियों, रिश्तेदारों, और दोस्तों तक पहुँचाएँ। इसे सोशल मीडिया पर साझा करें, ताकि हमारे गाँव का कोई भी पात्र परिवार इस लाभ से वंचित न रहे।

दस्तावेज का नामविवरण
लेबर कार्ड स्वप्रमाणित घोषणापत्र PDFक्लिक करे
मातृत्व शिशु एवं बालिका मदद योजना PDF ( विस्तार से सरकारी आदेश )क्लिक करे
लेबर कार्ड ऑफिसियल वेबसाइट PDFक्लिक करे
लेबर कार्ड से मिलने वाली सभी योजनाओ का PDFक्लिक करे

निष्कर्ष

प्रिय ग्रामवासियों, मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना हमारे लेबर कार्ड और श्रमिक कार्ड धारक परिवारों के लिए एक अनमोल अवसर है। हमारे पंचायत सहायक और ग्राम सचिवालय इस योजना को आपके दरवाजे तक लाने के लिए कटिबद्ध हैं। आर्थिक सहायता, पौष्टिक भोजन, और बालिकाओं के लिए सावधि जमा इस योजना को विशेष बनाते हैं।

आइए, इस अवसर का लाभ उठाएँ! अपने पंचायत सहायक से संपर्क करें, ग्राम सचिवालय में लेबर कार्ड या श्रमिक कार्ड के साथ आवेदन करें, और अपने परिवार के लिए एक उज्जवल भविष्य बनाएँ। हमारे गाँव की हर माँ और बच्चे का स्वास्थ्य और सम्मान हमारी प्राथमिकता है।

अधिक जानकारी के लिए ये विडियो देखे

Author Profile
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Deepak Madheshiya

नमस्कार दोस्तों मेरा नाम दीपक मद्धेशिया है मैं इस ब्लॉग का एडिटर और ऑनर हूं मुझे ब्लॉग लिखने में 3 साल से अधिक का अनुभव है। 2021 से उत्तर प्रदेश सरकार में पंचायती राज विभाग में पंचायत सहायक के पद पर कार्यरत हूं | जो भी उत्तर प्रदेश सरकार की योजनाएं आती हैं वह पंचायत सहायक को 2 महीने पहले उसका सरकारी शाशनादेश आ जाता है | इसलिए आपको मेरे द्वारा जो भी जानकारी दी जाएगी एकदम सटीक व शासनादेश पर आधारित दी जाएगी |

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